आजादी के सौं वें वर्ष में देश परम वैभव के शिखर पर स्थापित होगा- राधमोहन

आजादी के सौं वें वर्ष में देश परम वैभव के शिखर पर स्थापित होगा- राधमोहन

भाजपा में वंशवाद की जगह नहीं - जनक

एससी एसटी मोदी शासन काल मे हुए सबल-  कृष्णनंदन

-आजादी के 75वें दिवस पर कृषि अनुसंधान संस्थान में कार्यक्रम आयोजित

-अनुसूचित जाति किसानों में वितरित हुए कृषि उपकरण

पीपराकोठी, पूर्वी चंपारण। 75 साल हम अपने अधिकार की लड़ाई लड़े और अब 25 साल कर्त्तव्य की लड़ाई लड़ेंगे। आजादी के 100वें वर्ष में देश परम वैभव के शिखर पर स्थापित होगा। इस संकल्प के साथ हमें कार्य करना है। उक्त बातें सांसद सह पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने महात्मा गांधी समेकित कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित अमृत महोत्सव के अवसर पर कही। कहा हम भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। देश की आजादी के लिए हमारे पुरखों ने अपनी जान दे दी। जिसे हम यूं ही नहीं देंगे। इस अवसर पर महोत्सव के दूसरे दिन जिले के विभिन्न प्रखंडों के छह सौ किसानों, पशुपालकों व उद्यमियों को सम्मानित किया। वहीं तीसरे व अंतिम दिन कृषक-वैज्ञानिक संगोष्ठी सह कृषि उपकरण वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर केविके परिसर में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य तिथि पर नेताओं ने उनके प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया और केविके परिसर स्थित सभागार में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि आजादी के 75वें महोत्सव के अवसर पर विभिन्न आठ कृषि व्यवसायों से जुड़े 75-75 सेवारत लोगों को सम्मानित किया। जिसमें प्रगतिशील किसान, मुर्गी पालक, बकरी पालक, महिला कृषि उद्यमी, युवा कृषि उद्यमी, पाशुपालक, मशरूम उत्पादक व मधुपालक शामिल हैं। सभी छह सौ लोगों को शॉल भेंट की। कहा कि अक्टूबर 2017 से अबतक जिले के 53 हजार पशुपालकों के खाते में 245 करोड़ रुपए का भुगतान हुआ। कहा कि बारह सौ गांवों में पशुपालकों की सुविधा के लिए 1250 दुग्ध संग्रह केंद्र खोला गया है। ताकि घर बैठे वे दूध की बिक्री कर आय को बढ़ा सकें। बताया कि क्षेत्र दलहन उत्पादन में अभूतपूर्व क्रांति की दिशा की ओर अग्रसर है। कृषि विज्ञान केंद्र में दलहन बीज उत्पादन परियोजना की शुरुआत वर्ष 14-15 में की गई।  तभी से किसानों द्वारा उत्पादित दलहन बीज को केविके खरीद कर उसका प्रसंस्करण करती है। केविके परिसर में प्लांट काउंसिल साइंस्टिफिक व इंडस्ट्रियल संस्थान नई दिल्ली एवम आईआईआईएम जम्मू के सहयोग से औषधीय व खुशबूदार पौधों के डिस्टिलेशन इकाई की स्थापना की गई है। कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश के वित्तमंत्री ने किसानों लिए बड़े पैकेज की घोषणा की। जिससे कृषि क्षेत्र में विकास की गति और तीव्र होगी। बताया कि बुनियादी सुविधाएं, माइक्रो फूड इंटरप्राइजेज, फलों-सब्जियों के लिए सप्लाई चेन, डेयरी के बुनियादी ढांचे का विकास, मत्स्य संपदा योजना, राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम, गंगा किनारे हर्बल उत्पाद व मधुमक्खी पालन के लिए पर्याप्त धनराशि के अलावे किसानों के उत्पाद बेचने के विकल्प, 1955 के आवश्यक वस्तु कानून में बदलाव के साथ ही किसानों की आय से जुड़े कानून बनाने जैसी घोषणाएं कृषि क्षेत्र का भविष्य बदलने में कारगर भूमिका निभाएगी।

                वही बिहार सरकार के खनन व भूतत्व मंत्री जनक राम ने महात्मा गांधी समेकित कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित अमृत महोत्सव के तीसरे दिन अनुसूचित जाति व जनजाति के किसानों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के साथ छल किया। उनके राजनीतिक करियर ब्रेक लगाने की भरसक कोशिश की। भाजपा को छोड़कर सभी पार्टियों में वंसवाद का बोलबाला है। कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति मोदी सरकार में प्रत्येक कोने से सुरक्षित हैं। एनडीए सरकार को गरीबों रोटी, कपड़ा व मकान के साथ रोजगार भी प्रदान किया। गरीबों के घर को गैस व बिजली की रोशनी से चौंकाचौंध किया। आज सूबे में नीतीश कुमार व सुशील मोदी के नेतृत्व की देन है कि अनुसूचित जाति को पंचायती राज व्यवस्था में अधिकार मिला। जबकि पूर्व की सरकारों ने ठगने का काम किया है। कहा कि सरकार आम जनों, गरीब, अनुसूचितों और असहायों को न्याय देने के प्रति कटिबद्ध है। उसने अन्य विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाते हुए कहा कि सभी पार्टी वंशवाद से ग्रसित हैं। सभी कांग्रेस पार्टी के सहपाठी हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक उत्थान में सहयोग में पूर्व केंदीय मंत्री राधामोहन सिंह की तारीफ की।

              वही हरसिद्धि विधायक कृष्णननन्द पासवान ने कहा की आजादी के बाद सभी सरकारों ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। सिर्फ ठगने का काम किया है। जिसके वजह से इनका शैक्षणिक, आर्थिक व सामाजिक विकास नहीं हो सका। परन्तु जबसे मोदी सरकार आयी है तब से यह वर्ग सबल हुआ है। वर्तमान की सरकार सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास नीति पर काम करते हुए काम किया है और अब यह वर्ग निरंतर आगे बढ़ रहे है। मौके पर मुख्य रूप से विधायक श्यामबाबू यादव, सचिन्द्र सिंह, कृष्णनंदन पासवान, प्रकाश अस्थाना, सुनिलमणि तिवारी, अखिलेश सिंह, लालबाबू प्रसाद, मार्तण्ड नारायण सिंह, केविके प्रमुख डॉ.अरबिंद कुमार सिंह, मुखिया रविंद्र सहनी, राजकिशोर सिंह, वैज्ञानिक डॉ. ए रायजादा, डॉ. एसके पूर्वे, डॉ. पीके भारती व डॉ. एसके सिंह, अंशू गैंगवार, रवि कुमार, दुर्गा सिंह, मो. नेसार सहित सैकड़ों वैज्ञानिक, किसान मौजूद थे।