रघुनाथपुर सहित पूरे सुगौली में बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहे हैं दवा दुकान व नर्सिग होम।

रघुनाथपुर सहित पूरे सुगौली में बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहे हैं दवा दुकान व नर्सिग होम।

कुंदन मिश्रा का रिपोर्ट।
सुगौली पु.च.

*बिना डिग्री इलाज कर रहे फर्जी डॉक्टर*
*मरीजों की जान से कर रहे खिलवाड़*
*स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बने अनजान*

पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली प्रखण्ड में बिना डिग्री वाले फर्जी चिकित्सक हजारों मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है।इसके बाद भी प्रशासन और स्वास्थ विभाग फर्जी चिकित्सकों पर कार्रवाई से बच रहा है।सुगौली प्रखण्ड के स्टेशन रोड़,करमवा,रघुनाथपुर, पँजिअरवा,नकरदेई,छपवा चौक, श्रीपुर बाजार,भरगावा सहित कई क्षेत्रों में सैकड़ों झोलाछाप चिकित्सक बिना अनुमति अवैध क्लीनिक का संचालन कर रहे है।नर्सिंग एक्ट को ठेंगा दिखाकर कथित डॉक्टर अपनी दुकान चला रहे हैं।वे अपनी कमाई के लिए लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं।लेकिन स्वास्थ्य महकमे सहित प्रशासन को अवैध नर्सिग होम संचालन की जानकारी तो है,लेकिन वे कार्रवाई से बचते हैं।सुगौली प्रखंड के कई  गांव ,चौक पर फर्जी डॉक्टर अपनी नर्सिग होम खुलेआम चला रहे है।शहरी क्षेत्रों में भी बिना रजिस्ट्रेशन के कई नर्सिग होम संचालित हो रहे हैं।यहां तक की फर्जी डिग्री या बिना डिग्री के आधार पर भी लोगों का उपचार किया जा रहा है,लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को जांच करने तक की फुर्सत नहीं है।

*इतना ही नही लाखों की दवाई बेच रहे होलसेलर*

सुगौली में सक्रिय फर्जी डॉक्टर न केवल मरीजों का उपचार करते हैं, बल्कि दवाइयां भी खुद ही देते हैं।जिससे बिना रजिस्ट्रेशन के दवा दुकान का भी दिन दूना रात चौगुना बृद्धि हो रहा है।दुर्भाग्य यह है कि इसका भी जानकारी स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को है लेकिन कोई जाँच नही होता है और जाँच होता भी है तो कारवाई नही किया जाता।इससे यह भी साफ होता है कि इसका जिम्मेवार स्वास्थ्य विभाग के ही अधिकारी है।ये फर्जी डॉक्टर व नकली दवाइयां प्रतिदिन निर्दोष मरीजो का जान ले रहे हैं,ये फर्जी डॉक्टरों का अपना फर्जी एम्बुलेंस भी है,और दलाल भी।क्षेत्र में इन दिनों फर्जी डॉक्टरों मिट्टीतेल की तरह अपना पैर पसार रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इनको साथ भी दे रहे हैं और निर्दोष लोग अपनी जान गवा रहे हैं।अब देखना यह होगा कि आखिर ये फर्जी डॉक्टर,व फर्जी दवा दुकानदारों पर कारवाई कब होता है।